Wednesday, October 1, 2014

यक्ष-प्रश्न........????

➰यक्ष ने प्रश्न किया – मनुष्य का साथ कौन देता है? 🛂युधिष्ठिर ने कहा – धैर्य ही मनुष्य का साथ देता है. ➰यक्ष – यशलाभ का एकमात्र उपाय क्या है? 🛂युधिष्ठिर – दान. ➰यक्ष – हवा से तेज कौन चलता है? 🛂युधिष्ठिर – मन. ➰यक्ष – विदेश जानेवाले का साथी कौन होता है? 🛂युधिष्ठिर – विद्या. ➰यक्ष – किसे त्याग कर मनुष्य प्रिय हो जाता है? 🛂युधिष्ठिर – अहम् भाव से उत्पन्न गर्व के छूट जाने पर. ➰यक्ष – किस चीज़ के खो जाने पर दुःख नहीं होता? 🛂युधिष्ठिर – क्रोध. ➰यक्ष – किस चीज़ को गंवाकर मनुष्य धनी बनता है? 🛂युधिष्ठिर – लोभ. ➰यक्ष – ब्राम्हण होना किस बात पर निर्भर है? जन्म पर, विद्या पर, या शीतल स्वभाव पर? 🛂युधिष्ठिर – शीतल स्वभाव पर. ➰यक्ष – कौन सा एकमात्र उपाय है जिससे जीवन सुखी हो जाता है? 🛂युधिष्ठिर – अच्छा स्वभाव ही सुखी होने का उपाय है. ➰यक्ष – सर्वोत्तम लाभ क्या है? 🛂युधिष्ठिर – आरोग्य. ➰यक्ष – धर्म से बढ़कर संसार में और क्या है? 🛂युधिष्ठिर – दया. ➰यक्ष – कैसे व्यक्ति के साथ की गयी मित्रता पुरानी नहीं पड़ती? 🛂युधिष्ठिर – सज्जनों के साथ की गयी मित्रता कभी पुरानी नहीं पड़ती. ➰यक्ष – इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है? 🛂युधिष्ठिर – रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं फिर भी सभी को अनंतकाल तक जीते रहने की इच्छा होती है. इससे बड़ा आश्चर्य और क्या हो सकता है