Wednesday, November 12, 2014

Cow

दूध पिला कर मैंने तुमको बड़ा किया... अपने बच्चे से भी छीना पर मैंने तुमको दूध दिया🐄... रूखी सूखी खाती थी मैं, कभी न किसी को सताती थी मैं...🐄 कोने में पड़ जाती थी मैं, दूध नहीं दे सकती मैं,🐄 अब तो गोबर से काम तो आती थी मैं,मेरे उपलों की आग से तूने, भोजन अपना पकाया था... गोबर गैस से रोशन कर के, तेरा घर उजलाया था...🐄 क्यों मुझको बेच रहा रे, उस कसाई के हाथों में...?? पड़ी रहूंगी इक कोने में, मत कर लालच माँ हूँ मैं...🐄 मैं हूँ तेरे कृष्ण की प्यारी, वह कहता था जग से न्यारी... उसकी बंसी की धुन पर मैं, भूली थी यह दुनिया सारी..🐄. मत कर बेटा तू यह पाप, अपनी माँ को न बेच आप...🐄 रूखी सूखी खा लूँगी मैं किसी को नहीं सताऊँगी मैं तेरे काम ही आई थी मैं तेरे काम ही आउंगी मैं...🐄 अगर आप गौमाता से प्यार करते हैं और आपने गौमाता का दूध पिया है तो इस मेसेज को शेयर करके थोडा बहुत दूध का कर्ज चुकता करे....🐄...!!!! सर्व कि एक पुकार...🐄.! गौ हत्या अब नहीं स्वीकार....!!