Friday, December 26, 2014

Trendy

असम में 70 लोगों को नक्सलियों ने मार दिया......मैं इस बात से हैरान परेशान हूँ की किसी का मेसेज नहीं आया DP में कैंडल लगाने के लिए?

बहुत से लोग  पागल हुए जा रहे थे अपनी भावनाये दिखाने में उन पाकिस्तानी बच्चों के क़त्ल पर ( वो मुल्क जो कि एक आतंकवाद की फैक्ट्री से बढ़कर कुछ नहीं और जो हमारे लोगो के क़त्ल पर जश्न मनाते है)।
आपकी मानवीय भावना कहाँ हवा हो जाती है  जब अपने ही देश मे।   ,

अभी PK के hangover से बाहर भी नहीं निकले है। हमारे LOGIC को फिर से बुखार हो गया लगता है। किसी भी त्यौहार में अपने देश की संस्कृति झलकनी चाहिए। होली और दिवाली जैसे हिंदुस्तानी त्योहारों का एक रिवाज और परंपरा है। ये हमारे अपने त्यौहार है। इसमें करने वाले अन्न का अर्पण और पूजा विधान हमारी आस्था से जुड़ा है।

जिसने मेरे देश को लूटा उनकें त्योंहार मनाउं कैसे
जिस पेड़ के कोई गुण न हो उस पेड़ को सजाउं कैसे
जब न दी बधाई उसने  की उनको बधाई देने के लिये अपने मन को समझाउं कैस

जिन्होंने कभी तुलसी का पौधा नहीं लगाया घर में , आज वो क्रिसमस -ट्री सजाने में ज़ोर शोर से लगे हैं....?
25 दिसम्बर को तुलसी का पूजन करे,,,क्रिसमस ट्री का नहीं।
आओ भारतीय संस्कृति का पूजन
करे।